सूर्या शिवकुमार का जीवन परिचय | Suriya sivakumar Biography in Hindi 2024

Suriya Sivakumar Biography – सूर्या शिवकुमार, भारतीय फिल्म जगत के एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं और एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व के तौर पर प्रसिद्ध हैं. उनका जीवन संघर्ष, मेहनत, और सफलता की कहानी है, जो न केवल एक अभिनेता की यात्रा को दर्शाती है, बल्कि हर व्यक्ति को कठिनाइयों का सामना करने और अपने सपनों को साकार करने की प्रेरणा भी देती है. इस लेख में हम सूर्या की जीवनी, उनके संघर्ष, उपलब्धियों और सामाजिक कार्यों पर विस्तृत चर्चा करेंगे.

सूर्या शिवकुमार कौन है?  ( Who Is Suriya Sivakumar)

सूर्या शिवकुमार का जन्म 23 जुलाई 1975 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ. उनका पूरा नाम सूरत शिवकुमार सुब्रह्मण्यम है. सूर्या एक फिल्मी परिवार से हैं; उनके पिता, शिवकुमार, एक प्रसिद्ध अभिनेता हैं और उनकी मां, लक्ष्मी, एक गृहिणी हैं. यह परिवार भारतीय फिल्म उद्योग में एक महत्वपूर्ण नाम के रूप में जाना जाता है और इसने सूर्या के करियर की नींव रखी.

सूर्या की प्रारंभिक शिक्षा चेन्नई के विभिन्न स्कूलों में हुई. स्कूली शिक्षा के बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से बैचलर डिग्री की पढ़ाई की. शुरू से ही सूर्या का झुकाव अभिनय की ओर था, लेकिन उनके परिवार ने उन्हें शैक्षणिक दृष्टिकोण से भी उन्नति की सलाह दी.

सूर्या शिवकुमार जीवन परिचय

नामसूर्या शिवकुमार (असली नाम: सरावनन शिवकुमार)                           
अन्य नामनादिप्पिन नायगा
जन्म23 जुलाई 1975, चेन्नई, तमिलनाडु,
धर्म (Religion)हिंदू
जाति (Cast)कोंगु वेल्लालर गौंडर
पिता का नामशिवकुमार (प्रसिद्ध अभिनेता)
माता का नामलक्ष्मी शिवकुमार
शिक्षा(B.Com)  कॉलेज: Loyola College, चेन्नई
फिल्मी करियर की शुरुआत1997 में “नंदन”  (तमिल)
प्रमुख फिल्में सिंघम (2010),  सोरारई पोटरू (2020), जय भीम (2021), कंगुवा (2024)
पुरस्कार और सम्मानतमिलनाडु स्टेट फिल्म अवार्ड्स
विवाहज्योतिका (साल: 2006) 
बच्चेदिया (जन्म: 2007) देव (जन्म: 2010)    
समाजसेवाशिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े कई प्रोजेक्ट्स में योगदान         
विशेषताएँएक्शन और ड्रामा फिल्म्स में माहिर
सूर्या शिवकुमार कुल संपत्ति350 Corores

फिल्म जगत में कदम

सूर्या ने 1997 में अपने करियर की शुरुआत की, जब उन्होंने फिल्म “नरेन” में एक छोटे से रोल के साथ फिल्मी दुनिया में कदम रखा. हालांकि, इस फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर खास सफलता नहीं मिली. लेकिन सूर्या ने निराश होने के बजाय अपने अभिनय में सुधार और विकास पर ध्यान केंद्रित किया.

साल 1999 में रिलीज़ हुई फिल्म “नंदा” ने उन्हें पहली बार प्रमुख सफलता दिलाई. इस फिल्म में सूर्या के अभिनय को दर्शकों और आलोचकों ने सराहा. इसके बाद, उन्होंने कई सफल फिल्मों में काम किया, जैसे “पोक्किरी राजा” और “कक्षन”, जिन्होंने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता प्राप्त की, बल्कि सूर्या को एक उभरते हुए अभिनेता के रूप में स्थापित किया.

सफलता की ऊँचाइयाँ

सूर्या की करियर की एक महत्वपूर्ण फिल्म “गजिनी” थी, जो 2005 में रिलीज़ हुई. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया और सूर्या की अभिनय क्षमता को उजागर किया. फिल्म की सफलता ने उन्हें एक प्रमुख अभिनेता के रूप में मान्यता दिलाई. इसके बाद, उन्होंने “सिंगम“, “अया“, और “24” जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया.

“सिंगम” श्रृंखला ने सूर्या को एक नई पहचान दिलाई. इस फिल्म में उनकी भूमिका एक दृढ़ और बहादुर पुलिस अधिकारी की थी, जो दर्शकों को बहुत पसंद आई. “24” फिल्म में सूर्या ने एक ट्रिपल रोल निभाया, जो उनकी बहुआयामी अभिनय क्षमता को दर्शाता है और उनके करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है.

इसके बाद उन्होंने सिंगम 3 (2017), थाना सेरंधा कूटम (2017), एनजीके (2019), कप्पन (2019), सोरारई पोटरू (2020), और जय भीम (2021), कंगुवा (2024) जैसी फिल्मों में अद्भुत भूमिका निभाई है.

सूर्या शिवकुमार का परिवार

सूर्या की शादी 2006 में ज्योतिका से हुई, जो एक प्रमुख तमिल अभिनेत्री हैं. यह जोड़ी न केवल व्यक्तिगत जीवन में बल्कि पेशेवर जीवन में भी एक दूसरे का समर्थन करती है. सूर्या और ज्योतिका के दो बच्चे हैं – एक बेटा, दीपक, और एक बेटी. सूर्या का परिवार उनके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है और वे अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हैं.

Suriya sivakumar Family
सूर्या अपने परिवार के साथ

सूर्या और ज्योतिका की जोड़ी ने कई सफल फिल्मों में एक साथ काम किया है. सूर्या का एक छोटा भाई कार्थी है, जो तमिल सिनेमा में एक अभिनेता है. उनका पारिवारिक जीवन स्थिर और समर्थनकारी रहा है, जिसने उनके पेशेवर करियर को भी मजबूती प्रदान की है.

सूर्या अपनी पत्नी ज्योतिका, बेटी दिया, और बेटा देव

सामाजिक कार्य और परोपकार

सूर्या केवल एक सफल अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक समाज सेवक भी हैं. उन्होंने कई सामाजिक पहल की हैं और चैरिटी कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लिया है. सूर्या और उनकी पत्नी ज्योतिका ने मिलकर “अगस्त्य फाउंडेशन” की स्थापना की है, जो शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करती है.

अगस्त्य फाउंडेशन” विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने के लिए समर्पित है. सूर्या का मानना है कि समाज की सेवा करने से ही वास्तविक सफलता प्राप्त होती है. उन्होंने कई स्कूलों और अस्पतालों की स्थापना की है और गरीब बच्चों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं.

सिनेमा में योगदान और सम्मान

सूर्या का फिल्मी करियर कई सफलताओं और पुरस्कारों से भरा हुआ है. उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार जीते हैं, जिनमें “सर्वश्रेष्ठ अभिनेता” के लिए तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार शामिल हैं. उनकी फिल्मों ने दर्शकों का दिल जीता है और आलोचकों ने भी उनके अभिनय की सराहना की है.

सूर्या की फिल्मों ने भारतीय सिनेमा को नई दिशा दी है और उनके अभिनय ने कई लोगों को प्रेरित किया है. उनकी बहुपरकारी भूमिकाओं और जटिल चरित्रों ने उन्हें भारतीय सिनेमा के प्रमुख अभिनेताओं में स्थान दिलाया है.

भविष्य की योजनाएँ

सूर्या का भविष्य सिनेमा और समाज सेवा के क्षेत्र में उज्ज्वल प्रतीत होता है. वे हमेशा नए प्रयोग करने के लिए तैयार रहते हैं और दर्शकों को हर बार एक नई और बेहतरीन फिल्म देने का प्रयास करते हैं. सूर्या के पास कई बड़ी परियोजनाएँ हैं, जो उनके प्रशंसकों के लिए अत्यंत रोमांचक हो सकती हैं.

सूर्या ने अपने करियर में हमेशा उच्च मानकों को स्थापित किया है और वे भविष्य में भी यही दृष्टिकोण बनाए रखने का इरादा रखते हैं. उनकी आने वाली फिल्मों और परियोजनाओं में नयापन और नवीनता की उम्मीद है, जो दर्शकों को प्रभावित करने में सक्षम होंगी.

सूर्या की आने वाली फिल्मों में बहुप्रतीक्षित कंगुवा, शिवा द्वारा निर्देशित एक ऐतिहासिक काल्फिपनिक फिल्म है, और मियाझागन, प्रेम कुमार द्वारा निर्देशित एक पारिवारिक ड्रामा शामिल है. कंगुवा एक मजबूत कलाकारों की टोली के साथ एक भव्य दृश्य तमाशा का वादा करता है, जबकि मियाझागन से सूर्या की भावनात्मक गहराई को प्रदर्शित करने की उम्मीद है. दोनों फिल्में प्रशंसकों के बीच काफी चर्चा पैदा कर रही हैं और बेसब्री से इंतजार कर रही हैं.

सूर्य शिवकुमार का सोशल मीडिया अकाउंट (Suriya Sivakumar Social Handle)

Suriya Sivakumar Twitter89 Million Followers
Suriya Sivakumar Instagram9.5 Million Followers

निष्कर्ष

सूर्या शिवकुमार की जीवन कहानी एक प्रेरणादायक यात्रा है जो दर्शाती है कि सफलता प्राप्त करने के लिए कठिन परिश्रम, समर्पण और लगन की आवश्यकता होती है. उनके संघर्ष और उपलब्धियों ने उन्हें सिनेमा जगत में एक विशेष स्थान दिलाया है. सूर्या का जीवन न केवल फिल्म उद्योग के लोगों के लिए बल्कि आम जनता के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है.

उनकी मेहनत, समर्पण और सामाजिक कार्यों के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें एक आदर्श व्यक्तित्व बना दिया है. सूर्या की यात्रा यह दिखाती है कि कठिनाइयों का सामना करते हुए और अपने लक्ष्यों की ओर निरंतर प्रयास करते हुए आप अपनी मंजिल पा सकते हैं. सूर्या शिवकुमार की कहानी जीवन की कला को समझने और अपने सपनों को साकार करने की प्रेरणा देती है.

Leave a Comment